19 अप्रैल 2025, विश्व लिवर दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से स्वस्थ खानपान और संतुलित जीवनशैली अपनाने की अपील की। उन्होंने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि "छोटे-छोटे बदलाव, जैसे तेल का कम सेवन, जीवन में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।"
जेपी नड्डा के संदेश पर पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपने संदेश में लोगों से तेल की खपत में 10% की कटौती करने और स्वास्थ्यवर्धक आदतें अपनाने का संकल्प लेने को कहा। इसी संदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने लिखा:
"जब हम खाने को दवा की तरह अपनाते हैं, तो इसके सकारात्मक परिणाम ज़रूर सामने आते हैं।"
मोटापे और सामाजिक प्रभावों पर चिंता
प्रधानमंत्री मोदी ने मोटापे की समस्या पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि "हमें मोटापे और इसके सामाजिक प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ानी होगी।" उन्होंने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि एक स्वस्थ भारत के निर्माण की शुरुआत हमारे भोजन और आदतों से होनी चाहिए।
विश्व लिवर दिवस क्यों मनाया जाता है?
हर साल 19 अप्रैल को विश्व लिवर दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है लोगों को लिवर संबंधी बीमारियों और उनके बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करना। आधुनिक जीवनशैली और गलत खानपान के चलते लिवर रोग शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहे हैं।
विशेषज्ञों की राय: “भोजन ही औषधि है”
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, संतुलित आहार और नियमित दिनचर्या से 50% तक लिवर रोगों का खतरा कम किया जा सकता है। डॉक्टरों का मानना है कि:
"भोजन ही सबसे बड़ी औषधि है, और हमें अपने जीवन में इस सोच को आत्मसात करना चाहिए।"